हज़रत खालिद बिन वलीद और हमारे लिए सबक

हज़रत खालिद बिन वलीद और हमारे लिए सबक


हज़रत खालिद बिन वलीद की गिनती इतिहास के सर्वश्रेष्ठ योद्धाओं में होती है बहादुरी , युद्ध कुशलता , नेतृत्व क्षमता और सैनिक अनुशासन का पालन करने में वह अपनी मिसाल आप थे 

उन्होंने अल्लाह के रसूल सलललाहो अलैहे वसल्लम के समय में दो लड़ाइयों में भाग लिया एक में मुसलमानों के विरुद्ध लड़े दूसरे में मुस्लिम सेना के साथ लेकिन दोनों में अपनी छाप छोड़ी 

गज़वा उहुद में वह मक्का की फौज में थे एक सैनिक टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे थे मुसलमानों के विरुद्ध लड़ने आए थे उनकी सेना हार गई और भाग खड़ी हुई पर इन्होंने हिम्मत न हारी , विरोधी सेना की कमज़ोर प्वाइंट पर निशाना साधे रहे और मौका मिलते ही अपनी सेना की हार का बदला ले लिया 

गज़वा मूता में वह इस्लामी सेना में एक आम सैनिक की हैसियत से शरीक हुए मुकाबले में अरब ईसाई थे जिनका साथ देने के लिए उस समय की सुपर पावर रूम ने भी अपनी सेना भेज दी थी बहुत जोरदार मुकाबला हुआ मुस्लिम सेना का नेतृत्व करने वाले हज़रत ज़ैद बिन हारिसा शहीद कर दिए गए उन के बाद हज़रत जाफर बिन अबी तालिब ने नेतृत्व संभाला वह भी शहीद कर दिए गए फिर अब्दुल्लाह बिन रवाहा भी नेतृत्व करते हुए शहीद कर दिए गए 

आप सोच सकते हैं कि जिस सेना के तीन तीन सेनापतियों को युद्ध क्षेत्र में एक एक करके शहीद कर दिया गया हो उस का क्या हाल होगा ऐसे समय में हज़रत खालिद बिन वलीद ने खुद आगे बढ़कर सेना का नेतृत्व संभाला और बड़ी बहादुरी से लड़ते हुए अपनी सेना को बचा कर निकाल लाने में कामयाब हो गए नबी करीम सललाहो अलैहे वसल्लम इस पर बहुत खुश हुएं और इन्हें अल्लाह की खुली हुई तलवार की उपाधि दी 

आप देखें दोनों लड़ाइयों में हज़रत खालिद बिन वलीद की सेना को जीत नहीं मिली लेकिन उस के बावजूद इन्होंने अपने नेतृत्व क्षमता की छाप छोड़ी अपनी युद्ध कुशलता का परिचय कराया यह दिखा दिया कि जब सब हिम्मत खो देते हैं उस समय भी वह न सिर्फ डटे रहते हैं बल्कि विरोधी सेना को नुक्सान भी पहुंचा सकते हैं मुसीबत के समय अपनी सलाहियतों को काम में लाना उनकी विशेषता थी 

यही चीज़ हमें हज़रत खालिद बिन वलीद से सीखने की है कि चाहे जिस तरह की मुसीबत आए हमें अपना हौसला नहीं छोड़ना चाहिए हालात जितने भी हमारे विरुद्ध हो हम अपनी हिम्मत को बरक़रार रखें 

जंग हो या जिंदगी का कोई भी मैदान अगर हम अपने ऊपर कंट्रोल रखते हैं अपनी हिम्मत नहीं छोड़ते , अपना हौसला बरकरार रखते हैं तो हम हर हार से उबर सकते हैं अपने को मुसीबत से निकाल सकते हैं।

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